यूपी विधानसभा चुनावों के लिए दावेदारों की संख्या में हर रोज हो रहा इजाफा
कमलेश पांडेय/विशेष संवाददाता, गाजियाबाद। आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर काँग्रेस में प्रत्येक विधानसभा सीट पर दावेदारों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे पुराने हों या नए सभी कांग्रेसियों के चेहरे खिलते जा रहे हैं।
गाजियाबाद महानगर कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज ने बताया कि कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के ताबड़तोड़ यूपी दौरे और जगह जगह आयोजित हो रहीं बड़ी रैलियों से सूबे में कांग्रेस की लहर पैदा हो रही है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी की सूझबूझ और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के भाजपा विरोधी तेवर से लोगों के बीच कांग्रेस की पैठ निरंतर मजबूत होती जा रही है। इससे लोग टिकट की आस में उनके पास भी पहुंच रहे हैं।
एआईसीसी और यूपीसीसी सूत्रों का कहना है कि श्री भारद्वाज पिछले 4 दशक से कांग्रेस की राजनीति कर रहे हैं और पश्चिमी उत्तरप्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तरप्रदेश के कद्दावर कांग्रेस नेताओं में उनकी गिनती होती है। यह उनकी सियासी साख का ही तकाजा है कि कांग्रेस ने उनकी पुत्री डॉली शर्मा को न केवल प्रदेश प्रवक्ता बनाया, बल्कि गाजियाबाद नगर निगम के महापौर के चुनाव 2017 और गाजियाबाद लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी का प्रत्याशी बनाकर उनकी सियासी निष्ठा को सम्मानित करने की चेष्टा की।
आज भी डॉली शर्मा पूरी निष्ठा से पार्टी को मजबूती प्रदान कर रही हैं और तमाम नेताओं की सियासी व व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं का सम्मान करते हुए सबको आगे बढ़ाने की दिशा में प्रयत्नशील हैं, जो कि बड़ी बात है। कांग्रेस नेता जितेंद्र गौड़ ने बताया कि कोरोना काल में पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेंद्र भारद्वाज और पार्टी नेत्री डॉली शर्मा ने जो आमलोगों व खास लोगों की हर तरह से सेवा की, उससे लोगों की आस्था कांग्रेस में मजबूत हुई है और पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्मान बढ़ा है।
एक सवाल के जवाब में काँग्रेस नेता नरेंद्र भारद्वाज ने बताया कि हाथरस के सिकंदराउ सीट से नवनीत पराशर, हापुड़ के धौलाना सीट से अरविंद शर्मा, गाजियाबाद के शहर सीट से पीएन गर्ग, साहिबाबाद सीट से जगत बिष्ट, लोनी सीट से सोनी प्रजापति, मोदीनगर सीट से गुलवीर भारद्वाज और बुलन्दशहर के सिकंदराबाद सीट से पूनम पंडित आदि पार्टी नेता अबतक भारद्वाज शिखर, प्रह्लादगढ़ी, वसुंधरा पहुंचकर अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए सहयोग देने का आग्रह कर रहे हैं। क्योंकि भारद्वाज परिवार पार्टी के उचित मंच पर बिना किसी राग द्वेष के अच्छे लोगों को प्रोत्साहित करता आया है और आगे भी करता रहेगा। क्योंकि इस परिवार की गहरी निष्ठा नेहरू-गांधी परिवार के नेतृत्व वाली कांग्रेस आई में शुरू से रही है।