Editorial : तृतीय विश्व युद्ध
Editorial : Third World War
Editorial : अब तक दुनिया में दो बड़े युद्ध हुए हैं, जिन्हें आम तौर पर ‘विश्व युद्ध’ कहा जाता है। पहला विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक चला और दूसरा 1939 से 1945 तक। पहला युद्ध चार साल तक चला, जब कि दूसरा करीब सात साल तक चला। दोनों युद्ध योरप में शुरू हुए थे। पहला युद्ध योरप में समाप्त हुआ, जब कि दूसरा युद्ध एशिया में समाप्त हुआ जब अमेरिका ने जापान पर दो परमाणु बम गिराए।
यह एक सामान्य तथ्य है कि वर्ष 2000 या उसके बाद जन्मे हुए बहुत कम लोग, जिन्हें ‘मिलेनियम जनरेशन’ के रूप में जाना जाता है, यह जानते होंगे। रूस-यूक्रेन युद्ध चार साल से अधिक समय से चल रहा है। (रूस ने 24.2.22 को यूक्रेन पर हमला किया था।) जब कि इजरायल ने मध्य एशिया में यह युद्ध शुरू किया था, कई लोगों को लग रहा है कि दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रही है।
सैकड़ों, हज़ारों लोग, जिन में यह लेखक भी शामिल है, सालों से यह सोच रहे हैं कि तीसरा विश्व युद्ध अभी तक क्यों नहीं हुआ? हालाँ कि, इसके बारे में सोचकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। लेकिन, व्यक्तियों या देशों का एक-दूसरे से लड़ना मानव स्वभाव है। प्रेम और करुणा की तरह, लड़ना भी एक स्वभाव है। दो लोगों के बीच की लड़ाई में सि$र्फ दो लोग घायल होते हैं। दो समूहों के बीच लड़ाई में कई लोग घायल होते हैं, जब कि युद्ध में अनगिनत लोग अपनी जान गंवाते हैं और कई घायल होते हैं।
खैर, बात तीसरे विश्व युद्ध की हो रही थी। जैसा कि ऊपर बताया गया है, दोनों ही युद्ध यूरोप में शुरू हुए थे। इन युद्धों में जान-माल का सबसे ज़्यादा नुकसान योरपि लोगों को उठाना पड़ा। दूसरे युद्ध में कई देशों के लोगों को नुकसान उठाना पड़ा। इन गोरे लोगों और उनके शासकों ने उस समय और तब से ही सीख लिया था कि वे अब यूरोप में युद्ध नहीं होने दे सकते। वे किसी दूसरे क्षेत्र की तलाश में थे। उनकी नज़र मध्य एशिया पर थी।
Editorial : पश्चिमी एशिया के पूरे क्षेत्र में अशांति
इसका कारण यह था कि योरप को तेल (पेट्रोल, डीजल) की ज़रूरत है और इसीलिए उन्होंने मध्य एशिया में युद्ध शुरू कर दिया। हालां कि, वे ऐसा करने में आंशिक रूप से सफल रहे। वे योरप में युद्ध को रोक नहीं पाए। यूक्रेन-रूस युद्ध योरप में शुरू हुआ और वहीं जारी है। केवल समय ही बताएगा कि इन दोनों युद्धों में सबसे अधिक नुकसान किसका होगा।