Editorial : कांग्रेस की सक्रियता
Editorial: Congress activism
Editorial:दिल्ली विधानसभा चुनाव २०२५ में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच मुकाबला माना जा रहा है, लेकिन कांग्रेस की वापसी की चर्चा हर ओर है। पिछली बार साल 2020 में 5त्न से भी कम वोट लाने वाली कांग्रेस इस बार कितना वोट ला पाएगी? इस बार दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी? यह भविष्य में तय करेगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार अभियान जोर पकड़ने लगा है। दिल्ली में कांग्रेस के उम्मीदवार इस समय लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की डिमांड सबसे ज्यादा कर रहे हैं। सबकी नजर इन दिनों नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र पर है। पिछले दो विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद अपनी सत्ता गँवा चुकी कांग्रेस इस बार अपनी खोई हुई ज़मीन तलाशने के लिए मजबूती से चुनाव लड़ रही है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी उम्मीदवार हैं। रोचक बात यह है कि कांग्रेस ने पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को यहां मैदान में उतारा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पिछले हफ्ते सीलमपुर में पहली रैली कर चुके हैं, और मुस्लिम बहुल उस इलाके में राहुल गांधी बीजेपी पर तो बरसे ही थे, साथ ही आम आदमी पार्टी और खासतौर पर पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर भी कई सवाल उठाए थे। कालका जी विधानसभा से दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी चुनाव लड़ रहीं हैं तो कांग्रेस ने ऑल इंडिया कांग्रेस महिला कमेटी की अध्यक्ष चर्चित चेहरा अल्का लांबा को मैदान में उतार दिया है। वहीं भाजपा ने रमेश विधूड़ी को उतारा है। गुजरात, हरियाणा में कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने वाली आम आदमी पार्टी को अब दिल्ली में कांग्रेस, केजरीवाल कम्पनी एवं आम आदमी पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए पूरी तरह तैयार दिख रहे हैं। जाहिर है कांगेस सरकार तो नहीं बना पाएगी लेकिन केजरीवाल को कमज़ोर कर सकती है।