Editorial : बीएसएनएल के दिन फिरने की उम्मीद
Editorial: Hope of recovery of BSNL
Editorial : देश की जियो रिलायंस, एयरटेल व वोडाफोन आइडिया जैसी तीन सबसे बड़ी कम्पनियाँ भारतवर्ष के लगभग 109 करोड़ मोबाइल फ़ोन उपभोक्ताओं पर 34, 824 करोड़ रुपए वार्षिक का आर्थिक बोझ डालने का फ़ैसला किया। इन कंपनियों द्वारा अपने ग्राहकों के लिये मोबाइल शुल्क को बढ़ाते हुए अब बढ़ी कीमतों के साथ नए प्लान बाज़ार में उतारे गए हैं।
देश के कुल लगभग 119 करोड़ में से 109 करोड़ सेल फ़ोन उपभोक्ता केवल रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफ़ोन का मोबाईल कनेक्शन प्रयोग करते हैं जबकि शेष दस करोड़ उपभोक्ताओं में बीएसएनएल व अन्य छोटी क्षेत्रीय स्तर की कई कम्पनीज़ हैं।
भारतीय मोबाईल बाज़ार में रिलांयस जियो, एयरटेल, वोडाफोन आइडिया तीनों ही कम्पनीज़ ने पूरे आपसी तालमेल के साथ केवल एक एक दिन के अंतराल पर क़ीमतों में इज़ाफ़ा किया। जैसे रिलायंस जियो ने 27 जून को अपने रेट 12 प्रतिशत से 27 प्रतिशत तक बढ़ाये तो एयरटेल ने 28 जून को 11 से 21 प्रतिशत रेट बढ़ाये इसी तरह 29 जून को वोडाफोन आइडिया ने औसतन लगभग 16 प्रतिशत रेट बढ़ा दिये।
उपरोक्त तीनों निजी कंपनियों द्वारा शुल्क दर बढ़ाने के बाद ख़बरें यह भी आ रही हैं कि इन कम्पनीज़ के तमाम उपभोक्ता इन्हें छोड़ अब बी एस एन एल का कनेक्शन ले रहे हैं।
अब इन निजी कम्पनीज़ द्वारा मनमानी तरीक़े से शुल्क बढ़ाये जाने के बाद जिस तरह ग्राहकों में बीएसएनएल में वापसी की होड़ मची है उसे देखकर बीएसएनएल के दिन फिरने की उम्मीद जाग गई है। निजी मोबाईल द्वारा रिचार्ज टैरिफ़ बढ़ाए जाने के बादबीएसएनएल ने भी प्रतिस्पर्द्धा में छलांग लगाते हुये तत्काल एक सस्ता और किफ़ायती टैरिफ़ प्लान भी पेश किया है। साथ ही बीएसएनएल की ओर से यह घोषणा भी की गयी है कि कंपनी ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में 10 हज़ार 4G टॉवर लगाये हैं। इस घोषणा के बाद संभावना है कि बीएसएनएल जल्द ही 4G सर्विस शुरू कर सकती है।