किसानों को कोई आशंका है तो सरकार बातचीत के लिए तैयार : मोदी

रायसेन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आसपास पिछले कुछ समय से जारी किसान आंदोलन के बीच आज देश के किसानों से आह्वान किया कि वे भ्रम फैलाने वालों से सतर्क रहें और यदि उन्हें किसी प्रकार की आशंका है, तो सरकार उनसे उस मुद्दे पर बातचीत के लिए सदैव तैयार है। श्री मोदी ने वीडियाे कांफ्रेंसिंग के जरिए मध्यप्रदेश के लाखों किसानों से किसान महासम्मेलन के जरिए संवाद किया। किसान महासम्मेलन राज्य के रायसेन जिला मुख्यालय पर आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, अनेक मंत्री और पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे। महासम्मेलन में हुए श्री मोदी के अलावा मुख्यमंत्री का भाषण भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूरे प्रदेश में सुनाया गया। श्री मोदी ने लगभग 50 मिनट के भाषण में नए कानूनों के प्रावधानों के बारे में तथ्यों के साथ विस्तार से बताया और कहा कि तीनों कानून लगभग छह सात माह पहले लागू हो गए हैं और ये पूरी तरह किसानों तथा कृषि क्षेत्र में बेहतरी को लेकर हैं। लेकिन इनको लेकर राजनैतिक दल असत्य बोलकर भ्रम फैलाने की राजनीति कर रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि देश के लगभग सभी किसानों ने केंद्र सरकार के नए कृषि सुधारों को अपनाया है। ये किसान भ्रम फैलाने वालों को नकार रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके बावजूद वे फिर से किसानों से अनुरोध कर रहे हैं कि यदि उन्हें किसी भी मुद्दे पर भ्रम है तो सरकार उनसे चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि किसानों की चिंता का निराकरण करना सरकार की प्राथमिकता है। किसानों के हित भी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। श्री मोदी ने कहा कि दरअसल नए कृषि कानून लागू होने के बाद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) नहीं मिलने, मंडियों के बंद होने और किसानों की जमीन के मालिकाना हक को लेकर भ्रम फैलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा न कभी हुआ है और न ही होगा। इसलिए किसान भ्रम फैलाने वालों को पहचानें और उनसे सतर्क रहें। उन्होंने दोहराया कि इसके बावजूद कोई आशंका है तो सरकार हाथ जोड़कर किसानों से चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि जो लोग वर्तमान में भ्रम फैलाकर अपनी राजनैतिक जमीन तैयार कर रहे हैं, उन्होंने किसानों के साथ हमेशा धोखा दिया है और अपने हितों काे साधा है। श्री मोदी ने कहा कि आज उन्होंने किसान महासम्मेलन के माध्यम से देश के समक्ष सच्चायी रखी है और वे आगामी 25 दिसंबर को एक बार फिर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर देश के किसानों के सामने अपनी बात रखेंगे। उस दिन किसान सम्मान निधि की धनराशि किसानों के खातों में भी पहुंचायी जाएगी। उन्होंने अपने भाषण के अंत में किसान महासम्मेलन आयोजित करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।

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