‘कोयले की कमी की वजह से देश बढ़ रहा है ऊर्जा संकट की ओर’

श्री सिसोदिया ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार से देश नहीं चल पा रहा है| केंद्र सरकार हर संकट के दौरान अपनी आँखे बंद कर ले रही है और जिम्मेदारी से भाग रही है| ऑक्सीजन संकट के दौरान भी केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से भागती नज़र आई जिसके कारण देश में हजारों लोगों ने अपनी जान गँवाई| आज देश के सामने दोबारा संकट की स्थिति है| पूरे देश में लोग कह रहे है देश में कोयले का संकट है जो उर्जा संकट में तब्दील हो सकता है| इससे पूरे देश को एक भयानक संकट झेलना होगा| सारा सिस्टम ठप हो जायेगा| सभी इंडस्ट्री को शटडाउन का सामना करना पड़ेगा| उन्होंने कहा कि इस तरह से अपनी जिम्मेदारी से भागने की केंद्र की नीति पहले भी देश के लिए घटक साबित हो चुकी है और केंद्र समय रहते अपनी जिम्मेदारी स्वीकार नहीं करती है तो देश को दोबारा एक संकट का सामना करना पड़ेगा|
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार देश को संकट में डाल रही है| दिल्ली, आंध्र प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात आदि की सरकार केंद्र को आगे आने वाले संकट को लेकर आगाह कर रही है| कई पॉवर प्लांट बंद हो चुके है| राज्य सरकारे लम्बे पॉवरकट प्लान कर रही है| लेकिन इसके बाजवूद केंद्र सरकार अपनी आँखे बंद किए बैठे हुए है| केंद्र सरकार को न तो इस संकट से मतलब है और न ही उसका समाधान करना चाहती है| उन्होंने कहा कि इस समय केंद्र सरकार जिम्मेदार सरकार के रूप में ये स्वीकार करें की देश में कोयले का संकट है और उसका समाधान निकाले ना कि राज्य सरकारों को झूठा ठहराए|
श्री सिसोदिया ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि अगर समय रहते इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो देश पर बड़ा संकट आ जाएगा| उन्होंने कहा कि सरकारे सहयोग से चलती है इसलिए देश को इस संकट से निकालने के लिए केंद्र सरकार सहयोगात्मक रवैया अपनाए और राज्य सरकारों के साथ मिलकर इस संकट को दूर करने के लिए प्लान बनाए|