केजरीवाल सरकार ने देश के लिए शहीद होने वाले जांबाजों के परिवारों को दी एक-एक करोड़ रुपए की सहायता राशि
केजरीवाल सरकार के मंत्री, विधायक और राज्यसभा सांसद ने शहीदों के परिवारों को उनके आवास पर जाकर आर्थिक सहायता दी है। दिल्ली पुलिस एयर फोर्स और ट्रांसपोर्ट विभाग में अपना कर्तव्य निभाते हुए शहीद होने वाले जांबाजों को आर्थिक सहायता दी गई है।
दिल्ली पुलिस के एसीपी संकेत कौशिक 25 जुलाई 2020 को शहीद हो गए थे। मूलरूप से राजस्थान के अजमेर, शास्त्री नगर निवासी स्वर्गीय संकेत कौशिक की तैनाती साउथ वेस्ट दिल्ली में ट्रैफिक में थी। 25 जुलाई 2020 को उनकी ड्यूटी राजकोरी फ्लाई ओवर पर थी। वह सरकारी वाहन से उमराव होटल के पास सर्विस लेन पर वाहनों की जांच करने लगे। इसी दौरान रात करीब 8 बजे गुरुग्राम की तरफ से तेज रफ्तार से आ रहे एक मिनी ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। उन्हें बेहद गंभीर हालत में एम्स में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। जिसके बाद शहीद के वसंत एन्क्लेव स्थित आवास पर जाकर उनकी पत्नी प्रभा कौशिक और मां शंकुतला कौशिक को आरके पुरम विधायक प्रमिला ने चैक सौंपा।
दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल विकास कुमार 1 अक्टूबर 2016 को शहीद हो गए थे। हरियाणा के झज्जर जिला निवासी स्वर्गीय विकास की तैनाती नई दिल्ली स्थित वंसत विहार थाने में थी। वह 15 सितंबर 2016 को आउटर रिंग रोड के पास जीया सराय से नेहरू प्लेस तक पिकेट ड्यूटी कर थे। इसी दौरान मुनिरिका की तरफ से एक तेज रफ्तार कार आती दिखी। वहां मौजूद एएसआई ने जांच के लिए आ रही कार के चालक को रूकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने कार की गति बढ़ा दी और वैरिकेड को तोड़ते आगे निकल गया। वैरिकेड टूट कर पास में खड़े कांस्टेबल विकास को लगा और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में एम्स ट्रामा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद एक अक्टूबर 2016 को उनका निधन हो गया था। जिसके बाद शहीद के बहादुरगढ़ (हरियाणा) आवास पर जाकर उनकी पत्नी सविता और मां निर्मला देवी को एमपी सुशील गुप्ता ने आर्थिक सहायता का चैक सौंपा।
ट्रांसपोर्ट विभाग के सिविल डिफेंस कार्यकर्ता प्रवेश कुमार 20 सितंबर 2020 को शहीद हो गए थे। साउथ वेस्ट दिल्ली के वीपीओ खैरा निवासी स्वर्गीय परवेश कुमार सिविल डिफेंस में कार्यरत थे। 19/20 सितंबर 2020 की देर रात वह अपनी टीम के साथ मंगोलपुरी फ्लाई ओवर के पास वाहनों की जांच कर रहे थे। अचानक तेज रफ्तार में एक ट्रक आया और उन्हें टक्कर मारते हुए फरार हो गया। गंभीर हालत में उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान दोपहर बाद उनका निधन हो गया। जिसके बाद शहीद के नजफगढ़ स्थित आवास पर जाकर उनकी पत्नी पप्पी और मां संतोष देवी को मंत्री कैलाश गहलोत ने चैक सौंपा। इस दौरान परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि नजफगढ़ निवासी प्रवेश की आयु 26 वर्ष थी और सिविल डिफेंस में कार्यरत थे। 20 सितंबर 2020 को प्रवर्तन विभाग के साथ मंगोलपुरी फ्लाईओवर पर अपनी ड्यूटी करते समय एक ट्रक से दुर्घटनाग्रस्त हुए थे और शहीद हो गए थे। आज केजरीवाल सरकार की तरफ से परिवार को 1 करोड़ की सम्मान राशि सौंपी।
वायु सेना के मीत कुमार एयरक्राफ्ट दुर्घटना में 25 सितंबर 2018 को शहीद हो गए थे। दिल्ली के फेस-एक स्थित अशोक विहार निवासी स्वर्गीय मीत कुमार का विमान मिग-21 कांगड़ा हिल्स (एचपी) में 18 जुलाई 2018 को एक परिचालन उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। उनकी पत्नी नैनी गुप्ता और पिता प्रवीण कुमार को वजीरपुर एमएलए राजेश गुप्ता ने अशोक विहार स्थित आवास पर जाकर चैक दिया।
एयरफोर्स के सुनित मोहंती 3 जून 2019 को एयरक्राफ्ट दुर्घटना में शहीद हो गए थे। साउथ-वेस्ट दिल्ली के द्वारका सेक्टर-7 निवासी स्वर्गीय सुनित मोहंती को 03 जून 19 को अरुणाचल प्रदेश के मेहकुका एयरफील्ड के लिए हवाई रखरखाव मिशन शुरू करने को एएन-32 केए 2752 विमान उड़ाने के लिए अधिकृत किया गया था। विमान ने 03 जून 2019 को जोरहाट एयर बेस से 12ः25 बजे़ उड़ान भरी थी। करीब आधे घंटे की उड़ान भरने के बाद विमान लापता हो गया। इसके बाद विमान का मलबा 12 जून 2019 को परी हिल्स, सियांग, अरुणाचल प्रदेश के रास्ते मेंचूका में मिला था। इस हादसे में विमान में सवार सभी सदस्य की मृत्यु हो गई थी, जिसमें स्व. सुनीत मोहंती भी शामिल थे। उनकी मां संजुक्ता मोहंती और पिता एन मोहंती को सेक्टर 7 द्वारका स्थित आवास पर जाकर सम्मान राशि दी जाएगी। इससे पहले आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वायु सेना के शहीद राजेश कुमार के परिजनों को चेक सौंपा था। इस तरह दिल्ली सरकार की तरफ से आज 5 शहीदों के परिवारों को आर्थिक सहायता दी गई है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के जो भी लोग शहीद होते हैं, उन लोगों को दिल्ली सरकार एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि देती है। हम इनकी जान की कीमत तो नहीं लगा सकते हैं। लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि इससे इनके परिवार को थोड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जो भी संभव होगा, वह सब कुछ हम इनके परिवारों के लिए करेंगे। उम्मीद है कि इससे परिवार को मदद मिलेगी। भविष्य में भी शहीदों के परिवार का ख्याल रखेंगे।