डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सभी 20 SoSE के छात्रों और अभिभावकों से की बातचीत

नई दिल्ली ।केजरीवाल सरकार की शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी पहल स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस (SoSE) के पहले बैच की क्लास 27 सितंबर, सोमवार से शुरू हो गई। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने घोषणा की कि 27 सितंबर को ही SoSE का स्थापना दिवस माना जायेगा। डिप्टी सीएम ने SoSE कालकाजी में आयोजित कार्यक्रम में सभी 20 SoSE के छात्रों और उनके अभिभावकों के साथ बातचीत की। SoSE  में एडमिशन के लिए हुए टेस्ट में कुल 14,245 छात्रों ने हिस्सा लिया था, जिसमें से पास करनेवाले करीब 2200 छात्रों का SoSE में नामांकन हुआ है। इस साल, SoSE ने साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ (STEM), मानविकी (Humanities), परफर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स  और हाई-एंड 21 सेंचुरी स्कील के क्षेत्र में नामांकन लिया है।

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने SoSE कालकाजी में मौजूद छात्रों और अभिभावकों के साथ कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े अन्य 19 SoSE के छात्रों और अभिभावकों से खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि आज हम शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं। करीब 70 साल पहले, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) ने 224 छात्रों के साथ खड़गपुर में अपना पहला कैंपस शुरू किया था। वो उस समय की मांग थी क्योंकि भारत को उच्च शिक्षा के स्तर पर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विशेष शिक्षा की जरूरत थी। आज हमें स्कूली स्तर की शिक्षा व्यवस्था में विशेष शिक्षा की आवश्यकता महसूस हो रही है, जिसे देखते हुए SoSE की शुरुआत की गई है। साथ ही, उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में, SoSE न सिर्फ हमारे देश में बल्कि पूरी दुनिया में उत्कृष्टता का नया कीर्तिमान स्थापित करेगा।

इस दौरान अलग अलग SoSE के छात्रों ने इन स्कूलों में एडमिशन के उद्देश्यों और अपने सपनों को साझा किया। एक छात्र ने जब SoSE से पास होने के बाद अपने भविष्य के करियर के बारे में पूछा,तो डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि आपने SoSE में नामांकन के लिए एक कड़ी परीक्षा पास की है, ऐसे में मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि आपके पास बेहतर उच्च शिक्षा के साथ- साथ शानदार करियर भी होगा। उन्होंने कहा कि आज मैं SoSE के छात्रों और उनके अभिभावकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि छात्र चाहे जो भी करियर चुनें, उनमें जबरदस्त आत्मविश्वास भरा रहेगा और SoSE अपने छात्रों को भविष्य की हर चुनौती के लिए तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को यह नहीं पूछना चाहिए कि उनके बच्चे क्या करेंगे, बल्कि ये पूछें कि वे क्या बनेंगे।

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि “हम छात्रों में एक अलग रचनात्मक सोच विकसित करना चाहते हैं। किसी छात्र की सफलता के लिए केवल परीक्षा के मार्क्स ही मापदंड नहीं होने चाहिए। आज की अनिश्चितता के दौर में एक छात्र के नए और रचनात्मक तरीके से सोचने की क्षमता ही उसे दूसरों से अलग करती है। कोविड ने हमें दिखाया है कि भविष्य में अनिश्चितता और बढ़ेगी। ऐसे में हमारे छात्रों को उन चुनौतियों का समाधान निकालने के लिए तैयार रहना चाहिए, जो अभी तक हमारे सामने नहीं आयी हैं। उन्हें उस तरह की नौकरियों के लिए तैयार होना है, जिनके बारे में अबतक सोचा ही नहीं गया है। उन्होंने नामांकन लेनेवाले सभी छात्रों और उनके माता-पिता के साथ ही SoSE की पूरी टीम को बधाई दी।

इस मौके पर सभी 20 SoSE में दाखिला लेनेवाले छात्रों और अभिभावकों का स्वागत किया गया और विशेषज्ञों के साथ संवाद भी हुआ। इस मौके पर कालकाजी विधायक आतिशी, शिक्षा विभाग के निदेशक उदित प्रकाश, शिक्षा निदेशक के प्रधान सलाहकार शैलेंद्र शर्मा समेत तमाम शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान कुणाल मुंद्रा (इंडिया सीईओ, कार्स 24), भारती सिंघला (सीओओ, चक्र इनोवेशन), डॉ. सुरेश कुमार (एमडी, एलएनजेपी हॉस्पिटल), अर्जुन सागर गुप्ता (फाउंडर, पियानो मैन जाज क्लब), सुनीता सिंह (डीन, अंबेडकर यूनिवर्सिटी), डॉ. ज्योति कुमार (प्रोफेसर ऑफ डिजाइन, IIT दिल्ली), और गौतम मुकुंदन (उपायुक्त, आयकर विभाग) के साथ ही सभी 20 SoSE के विशेषज्ञों ने छात्रों के अलग-अलग बातचीत की।

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