सत्येंद्र जैन, राम निवास गोयल और मनीष सिसोदिया के साथ क्षमवाणी पर्व में हुए शामिल

श्री सत्येंद्र जैन ने आगे कहा, “गुस्सा हमेशा अपने से कमज़ोर पर आता है। जबकि अपने से ताकतवर पर किसी को गुस्सा नहीं आता। ऐसा भी हो सकता है कि जिसको हम कमज़ोर समझ रहे हों वो वास्तव में कमज़ोर न हो। यह दृष्टि का खेल है। हमें छोटे और बड़े का भेद समझने की जरुरत है। हमें यह समझने की जरुरत है की हम पहले इंसान है। अगर हमने यह बात हमने समझ ली तो क्रोध अपने आप ही कम हो जाएगा। किसी भी चीज के सूक्ष्म में जाने से पहले हमें प्रत्यक्ष को देखने और समझने की जरुरत है।”