मालवीय नगर में सौर पैनलों के साथ दिल्ली का नया माइक्रो-ग्रिड पावर स्टेशन शु
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में स्थापित इस स्मार्ट पावर सिस्टम की सफलता के बाद पूरी दिल्ली में लगाया जाएगा - सत्येंद्र जैन


यह पावर ग्रिड सबसे अलग है, क्योंकि यह बिजली बनाने के लिए सौर पैनलों का उपयोग करता है, जिसमें 460 किलोवाट प्रति घंटे की उच्च क्षमता वाली बैटरियां लगी हुई हैं। इस ग्रिड में 100 किलोवाट-पीक (केडब्ल्यूपी) के सौर पैनल लगाये गए हैं। उल्लेखनीय है कि किलोवाट-पीक (केडब्ल्यूपी) वह दर है, जिस पर यह सौर पैनल अपने चरम पर ऊर्जा उत्पन्न करते हैं।
इससे पहले, टाटा पावर ने भी ऐसा ही एक स्मार्ट ग्रिड सिस्टम लगाया था। दिल्ली सरकार आधुनिक तकनीकों से दिल्ली के ऊर्जा क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। दिल्ली सरकार के इस प्रयास से न केवल बिजली उत्पादन की लागत कम होगी, बल्कि ऊर्जा क्षेत्र में पर्यावरण के अनुकूल एक टिकाऊ मॉडल भी तैयार होगा।