भाजपा के हिंदुत्व की धार कुंद करने में जुटी सपा-बसपा
कांशीराम की पुण्यतिथि पर शक्ति प्रदर्शन करेगी बीएसपी बहुजन समाज पार्टी विधान सभा चुनाव में दलित एकजुटता का संदेश देने और शक्ति प्रदर्शन के लिए नौ अक्टूबर को पार्टी के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं की बड़ी जुटान करेगी,जिसमें मायावती खुद हिस्सा लेंगी। कांशीराम की पुण्यतिथि पर बसपा इस बार मंडल स्तर पर कोई आयोजन नहीं करेगी। बल्कि सभी कार्यकर्ता लखनऊ में उनकी याद में बनवाये गए कांशीराम स्मारक में आकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने एक बार फिर अपना फोकस तय कर लिया है। बसपा 2007 की तरह एक बार भी ब्राह्मण वोटरों पर दांव लगाएगी। 2007 में बसपा ने ब्राह्मण वोटरों के सहारे सत्ता की सीढ़िया चढ़ी थीं, पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। यह वही काशीराम की बसपा थी जो कभी दलितों को राजनीति में उनको हक दिलाने के लिए कहा करती थी,‘ जिसकी जितनी संख्या भारी,उसकी उसकी भागेदारी।’‘ठाकुर-ब्राह्मण-बनि
लब्बोलुआब यह है कि उत्तर प्रदेश में मिशन-2022 के लिए सभी राजनैतिक दल अपने-अपने हिसाब से जीत की तैयारियां कर रहे हैं, बीजेपी 2017 की तरह ही इस बार भी हिन्दुत्व के एजेंडे पर चलते हुए सत्ता में वापसी की राह तलाश रही है तो समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेता बीजेपी के हिन्दुत्व में सेंधमारी करके कुछ ऐसी जातीयों को अपने साथ मिलना चाहती है,जिनके बारे में यह आम धारणा है कि यह जातीय योगी राज में अपनी अनदेखी से दुखी हैं या फिर इनको लगता है कि बीजेपी सरकार द्वारा उनकी बिरादरी का बेवजह उत्पीड़न किया जा रहा है। इसमें दलित, ब्राह्मण और पिछड़ा वर्ग की कई जातियां शामिल हैं, जिनको लगता है कि योगी सरकार उनके नौकरियों में आरक्षण के हक को दबाए बैठी है। इसी प्रकार योगी सरकार के खिलाफ माहौल यह भी बनाया जा रहा है कि वह ब्राह्मणों का उत्पीड़न कर रही है। ब्राह्मण अधिकारियों को अच्छी पोस्टिंग नहीं दी जा रही है तो पार्टी के भीतर भी ब्राह्मण नेताओं को तवज्जो नहीं मिल रही है। कहने को तो योगी सरकार में कुछ ब्राह्मण नेता मंत्री पद पाए हुए हैं,लेकिन सरकार में इनकी हैसियत न के बराबर है। इसके अलावा कुछ ऐसे ब्राह्मण चेहरों को भी मंत्री बना दिया गया है जिनकी समाज में कोई खास पकड़ नहीं है,लेकिन पार्टी उनको ब्राह्मणों के बीच थोपना चाह रही है।