‘हाय तौबा 3’ : महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित ऑल्ट बालाजी की सीरीज

शुक्रवार को लोकप्रिय एंथोलॉजी फ्रैंचाइजी ‘हाय तौबा’ ने सीरीज के तीसरे चैप्टर की घोषणा की। इस साल एंथोलॉजी का विषय वे महिलाएं है जिन्होंने अपनी जिन्दगी में हार नहीं मानी। ट्रेलर चार अलग-अलग कहानियों की चार महिला नायिकाओं से हमारा परिचय कराता है। इन महिलाओं को उन सामाजिक रीति- रिवाजों को बेहिचक चुनौती देते हुए देखा जाता है जिनके बारे में बहुत से लोग बात तक नहीं करते हैं। ट्रेलर से हमें एक झलक मिलती है कि कैसे ये मजबूत महिलाएं बाधाओं को दूर करने और सामाजिक रीति-रिवाजों को तोड़ने की जिम्मेदारी उठाती हैं। चैप्टर 3 सामाजिक रीति-रिवाजों को तोड़ने वाली महिलाओं के बारे में है। महिलाएं इस बार अपने बोरिंग वैवाहिक जीवन से बाहर निकलकर मौजूदा परिस्थितियों को चुनौती देंगी, अपने व्यक्तित्व की तलाश करेंगी।

हालांकि ये कहानियां दूसरों के लिए तेज-तर्रार हो सकती हैं, लेकिन कोई भी इस बात से इंकार नहीं कर सकता है कि अंत में जाकर कोई जिन्दगी परफेक्ट नहीं होती है, और हमारा अधूरा जीवन यही दर्शाता है। ट्रेलर में समानांतर चलने वाले रोमांचक बैकग्राउंड ट्रैक को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। विशेष रूप से मियाऊं सबसे दिलचस्प है! जाने से पहले एक कर्ज़ अदा करके जाएं;, के साथ ट्रेलर समाप्त होता है जो हमें याद दिलाता है कि जाने से पहले, इतने खूबसूरत ट्रेलर के लिए ‘लाइक’ बटन दबाते चलें। ट्रेलर को शेयर करते हुए निर्माताओं ने लिखा है कि उसकी जिंदगी, उसके नियम-कायदे। उसके सपने उसकी प्रायोरिटीज! हर सामाजिक मानदंड को तोड़ते हुए, यहां #HaiTaubba में चार कहानियां हैं जो आपको गंभीरता से सोचने पर मजबूर कर देंगी।

इस सीरीज की विभिन्न कहानियों में लोकप्रिय कलाकार शामिल हैं जैसे पौलोमी दास, रुतपन्ना ऐश्वर्या, अंबिका शैल, आभा पॉल, विक्रांत कौल, कपिल आर्य और अन्य। इससे पहले, निर्माताओं ने सीरीज का पोस्टर भी जारी किया है। जारी किए गए पोस्टर में हमें चार अलग-अलग कहानियों के चार पोर्ट्रेट दिखाई दे रहे हैं। एक पोर्ट्रेट में दो महिलाएं एक-दूसरे के करीब हैं, दूसरे पोर्ट्रेट में, शेर मुंह वाली एक महिला है, तीसरे पोर्ट्रेट में दो महिलाएं एक साथ दिख रही हैं, जिनमें से एक विकलांग है, और अंत में चौथे पोर्ट्रेट में हाथ में पालतू कुत्ता लिये एक महिला है। ग्राफिकल पोस्टर वास्तव में आकर्षित करने वाला है।

निर्माताओं ने पोस्टर के कैप्शन में लिखा है ;शर्म को मारो गोली, और अपने हक की सजाओ डोली। ट्रेलर और पोस्टर को देखते हुए, एक बात समझ में आती है कि निर्माता महिला सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह तैयार हैं। प्यार किसी सीमा में बंध कर नहीं रहता, यह उम्र, जेंडर और इनके बीच की हर चीज को पार कर जाता है। हाय तौबा के माध्यम से निर्माता बता रहे हैं कि हमारी जिन्दगी में गहराई से जुड़े जिन मुद्दों के बारे में हम बात नहीं करते हैं, उनको लेकर समाज कैसा व्यवहार करता है। इस मौके पर एक चर्चित कहावत याद आ रही है कि ;कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना" जिसका अनिवार्य रूप से मतलब यही है कि चाहे कुछ भी हो, लोग कुछ न कुछ कहेंगे ही। खैर, जब तक हम ‘हाय तौबा 3’ का इंतजार कर रहे हैं, आप ऑल्ट बालाजी पर इसके पहले दो पार्ट्स देख
सकते हैं।

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