श्रीनगर में जन्माष्टमी की धूम

श्रीनगर (Srinagar) में दो साल के अंतराल के बाद कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) ने सोमवार को यहां भगवान कृष्ण का जन्मदिन मनाने के लिए जन्माष्टमी जुलूस (Janmashtami Procession) निकाला. अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जुलूस शहर के हब्बा कदल इलाके के गणपतियार मंदिर से शुरू हुआ और बरबरशाह के क्रालखुद से होते हुए ऐतिहासिक लाल चौक स्थित घंटाघर तक पहुंचा.
उन्होंने कहा कि जुलूस अमीरकदल पुल को पार कर जहांगीर चौक से गुजरा और मंदिर लौट आया. पुरुषों, महिलाओं और बच्चों सहित भक्तों ने रथ के साथ नृत्य किया और लोगों के बीच मिठाई बांटी. श्रद्धालुओं में से एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा कि दो साल बाद उन्हें श्रीनगर में जन्माष्टमी का जुलूस निकालने की इजाजत मिली.
सात महीने की मेहनत के बाद बनी ‘हरि चंद्रिका’ पोशाक
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि जन्माष्टमी के अवसर पर भागवत भवन में स्थित भगवान राधाकृष्ण के युगल विग्रह को पहनाई जाने वाली पोशाक सात कारीगरों द्वारा सात महीने की मेहनत के बाद रेशम के महीन धागों से बनी ‘हरि चंद्रिका’ पोशाक तैयार हो गई है. उन्होंने कहा कि ठाकुरजी यही पोशाक पहनेंगे और मंगला आरती के समय इसी पोशाक में दर्शन देंगे.
स्थानीय लोगों के साथ-साथ ‘श्रीकृष्ण जन्मोत्सव 2021’ मना रहे उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने बाहर से 600 कलाकारों को आमंत्रित किया है. जो यहां के विशाल रामलीला मैदान और कृष्ण जन्मस्थान मंदिर परिसर के आसपास के चौराहों पर विशेष रूप से स्थापित किए गए मंचों पर अपनी कला का जादू बिखेर रहे हैं, वहीं तीन दर्जन चित्रकार हर दीवार-कूंचे पर कृष्ण कलाओं को चित्रित कर रहे हैं.
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