कोयल और गिन्नू जंगल में खो गए हैं, क्या अलादीन उन्हेंस ढूंढ पाएगा?
डरावनी महज़बीन (काजल जैन) की ओर से दिए गए टास्क को पूरा करने के रास्ते अब और ज्यादा मुश्किल हो गए हैं। सोनी सब के फैंटेसी शो ‘अलादीन : नाम तो सुना होगा’ में अलादीन (सिद्धार्थ निगम), यास्मीन (आशी सिंह), शीफन (अमित रघुवंशी), कोयल (शिवानी बडोनी) और गिन्नू (राशुल टंडन) को जादुई लालटेन की खोज में एक रोमांचक सफर पर निकलते हुए दिखाया गया। इस लालटेन पर रहस्यमयी महज़बीन का पहरा है। महज़बीन द्वारा पेश की गई कई चुनौतियां आने वाले एपिसोड को और दिलचस्प बनाएंगी। दर्शकों को इस शो की कहानी में आगे आने वाले और दिल को दहला देने वाले खतरनाक मोड़ और एक्शन से भरपूर सीन देखने के लिए तैयार हो जाना चहिए। इस शो में हर किसी के चहेता शहजादा अलादीन और उनकी टोली का लक्ष्य धड़कते दिल के रहस्य को सुलझाना है। इसी के साथ वह कटे हाथ का सस्पेंस सुलझाने के लिए अपना सफर शुरू करेंगे। बगदाद में हालात और भी खराब होंगे।
अलादीन और उसकी टोली आखिरकर दिल की धड़कन का राज पता लगाने में कामयाब होते हैं, मगर जैसे वह यह राज सुलझाने के करीब होते हैं, उनका सामना 10 फीट लंबे राक्षस नजरबट्टू से होता है। अलादीन को यह पता नहीं होता कि वह किस तरह उस राक्षस से उसे बिना बताए जंग लड़ेगा। अलादीन वही लोरी गाना शुरू कर देता है, जो उसकी अम्मी उसे सुनाती थी। सभी को तब हैरत होती है, जब राक्षस गहरी नींद में डूब जाता है। जब अलादीन धड़कते दिल का रहस्य सुलझा लेता है तो महज़बीन उसे कटे हुए हाथ के पीछे का रहस्य सुलझाने का एक और डरावना राज खोलने का काम देती है। यह कटा हुआ हाथ जंगलों में एक रहस्यमयी कुटिया में मिल सकता है।
अलादीन, कोयल और गिन्नू कटे हुए हाथ की खोज शुरू करते हैं, मगर हालात में उस समय एक डरावना मोड़ आता है, जब गिन्नू और कोयल का अपहरण हो जाता है और अलादीन जंगलों में अकेला रह जाता है।
अलादीन किस तरह अपने साथियों को खोजेगा और कटे हाथ के पीछे का राज खोलेगा?
शो में अलादीन का रोल निभाने वाले सिद्दार्थ निगम ने बताया, “इस हफ्ते का एपिसोड थोड़ा सा डरावना होगा क्योंकि अलादीन और उसकी टोली को अपने सफर में कई रहस्यमयी वस्तुओं और व्यक्तियों का सामना करना पड़ेगा। शो से शिवानी और अमित का जुड़ना हमारे लिए बेहतरीन अनुभव रहा। हमने एक साथ काम करते हुए खूब मस्ती की। शो के आगामी ट्रैक की शूटिंग एक साथ करने में हमें काफी मजा आया। यह काफी रोमांचक और मनोरंजक रहा और एक साथ काम करने से हम एक दूसरे से बेहतर ढंग से जुड़ पाए। शहजादा अलादीन कोई बहुत ज्यादा बहादुर नहीं हैं। दर्शकों के लिए यह देखना दिलचस्प रहेगा कि किस तरह वह अपने डर पर जीत हासिल कर भयावह स्थिति का मुकाबला करता है। वह इस जंग में अपने डर पर जीत हासिल करता है और अपने दोस्तों को ढूंढ़ता है। आप लोग शो को देखते रहिए क्योंकि इसमें जंगलों में घूम रहे कटे हाथ का रहस्य सुलझने वाला है।“
अलादीन और उनके दोस्तों के नए रहस्यमयी सफर को देखिए ‘अलादीन: नाम तो सुना होगा’ में, हर सोमवार से शुक्रवार , रात 9.30 बजे, केवल सोनी सब पर