सेंसेक्स 37 हजार से नीचे उतरा
मुंबई। विनिर्माण क्षेत्र की गिरावट तेज होने से कमजोर निवेश धारणा के बीच बीएसई का सेंसेक्स आज लगातार चौथे दिन लुढ़कता हुआ 37 हजार अंक से नीचे आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 11,900 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ। रिलायंस इंडसट्रीज, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक समेत अधिकतर दिग्गज कंपनियों में गिरावट से सेंसेक्स 667.29 अंक यानी 1.77 प्रतिशत लुढ़ककर 36,939.60 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 173.60 अंक यानी 1.57 प्रतिशत गिरकर 10,899.85 अंक पर आ गया। सेंसेक्स 16 जुलाई के बाद पहली बार 37 हजार अंक के नीचे और निफ्टी 10,900 अंक के नीचे बंद हुआ है। आईएचएस मार्किट द्वारा आज जारी आँकड़ों के अनुसार, जुलाई में विनिर्माण क्षेत्र की गिरावट जून की तुलना में तेज हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि जब तक कोविड-19 के मामले घटने शुरू नहीं हो जाते गतिविधियों में तेजी के लिए इंतजार करना होगा। इससे बाजार में निवेश धारणा कमजोर हुई और निवेशकों ने बिकवाली की।बैंकिंग, वित्त और ऊर्जा समूहों पर सबसे अधिक दबाव रहा। कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर करीब साढ़े चार प्रतिशत और इंडसइंड बैंक का करीब चार प्रतिशत लुढ़क गया। एक्सिस बैंक और ओएनजीसी में भी तीन फीसदी से अधिक की गिरावट रही। एचडीएफसी बैंक, बजाज ऑटो और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर तीन प्रतिशत के आसपास टूटे। टाइटन में तीन फीसदी से अधिक की तेजी देखी गई। सेंसेक्स के विपरीत छोटी कंपनियों में निवेशकों ने लिवाली की। बीएसई का स्मॉलकैप 1.02 प्रतिशत चढ़कर 13,154.61 अंक पर बंद हुआ। मझौली कंपनियों का सूचकांक मिडकैप 0.31 प्रतिशत टूटकर 13,716.79 अंक पर आ गया। एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। जापान का निक्की 2.24 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 1.75 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.07 प्रतिशत की बढ़त में बंद हुआ जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 0.56 फीसदी लुढ़क गया। यूरोप में शुरुआती कारोबार में तेजी रही। जर्मनी का डैक्स 1.27 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.01 प्रतिशत मजबूत हुआ।