लैंक्सेस इंडिया ने अपने वोकेशनल स्किल सेंटर से नौकरी के अवसर बढ़ाए 

-लैंक्सेस बी-एबल स्किल सेंटर ने 2019 में ठाणे में 129 उम्मीसदवारों को व्यालवसायिक प्रशिक्षण देने और नौकरी में सहयोग देने में मदद की 

-यह पहल 1.5 करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट की 3 साल की प्रतिबद्धता का हिस्सा है 
-वर्तमान में झागड़िया में प्रशिक्षण सफलतापूर्वक जारी है; अगले साल नागदा में उम्मीडदवारों को प्रशिक्षण दिया जाएगा 
ठाणे। लैंक्सेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपने कार्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी कार्यक्रम के तहत ठाणे में एक स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना की है। इसका लक्ष्य़ उपयुक्ति नौकरी की तलाश कर रहे आकांक्षी उम्मीेदवारों को प्रशिक्षण्? मुहैया कराना है। लैंक्सेस बी-एबल स्किल सेंटर की स्थापना बेसिक्सव अकादमी फॉर बिल्डिंग लाइफलॉन्गप एम्लॉ ी तयबिलिटी लिमिटेड (बी-एबल) के सहयोग से की गई है। बी-एबल तीन सालों के लिए ठाणे, झागड़िया और नागदा में तीन साल की अवधि के लिए प्रोजेक्ट का क्रियान्वबयन भागीदार है।
ठाणे में एक संक्षिप्त कार्यक्रम में लैंक्सेस एजी प्रबंधन बोर्ड के सदस्य डॉ. रेनियर वान रॉयसल और डॉ. एन्नो बोर्कोवस्की ने श्री नीलांजन बनर्जी, वाइस चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर, लैंक्सेस इंडिया के साथ श्री डी सतइया, सीईओ एवं एमडी, बी-एबल को प्रोजेक्ट क्रियान्वियन के लिए दूसरे वर्ष 5 मिलियन (50 लाख) रुपए का चेक सौंपा।
अपने पहले साल में, लैंक्सेस इंडिया ने ठाणे के केंद्र में 129 उम्मीकदवारों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया। इसमें उन्हें स्विंग मशीन ऑपरेशन और कॉल सेंटर एक्जिक्यूटिव श्रेणियों के तहत प्रशिक्षित किया गया। इस पाठ्यक्रम की शुरुआत जनवरी 2019 में हुई थी और इसके पूरा होने के बाद उम्मीनदवारों को प्लेसमेंट में मदद की गई। प्रोजेक्ट की समाप्ति के बाद कुल 96 उम्मीीदवारों जोकि कुल नामांकन का 78 प्रतिशत है, को कंपनियों में नौकरी मिली अथवा उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया। लैंक्सेस ने इस प्रोजेक्ट में बी-एबल को मोबिलाइजेशन, प्रशिक्षण, मानव संसाधन, फैसेलिटी के किराए के खर्च के साथ मदद की।
प्रोजेक्ट का लक्ष्य लैंक्सेस इंडिया के कार्यस्थल और आसपास के वंचित वर्ग के अकुशल, अर्धकुशल, स्कू ल छोड़ चुके युवाओं  को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करना है। लैंक्सेस इंडिया ने ऐसे वंचित युवाओं को सतत आजीविका उपलब्ध कराने के लिए इस प्रोजेक्ट की फंडिंग की है। यह प्रोजेक्ट तीन वर्षों के लिए डिजाइन किया गया है जिसकी शुरुआत पहले साल ठाणे, दूसरे साल झागड़िया और तीसरे साल नागदा से होगी। इसके तहत प्रत्येक वर्ष लगभग 125 उम्मी दवारों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
चालू वित्त वर्ष के लिए गुजरात के झागड़िया और उसके आसपास किए गए जमीनी सर्वे से यह पता चला है कि अल्प शिक्षित स्थानीय युवाओं में सबसे प्रचलित रोजगार विकल्प रीटेल ट्रेनी एसोसिएट का है। बी-एबल द्वारा किए गए सर्वे के आधार पर, लैंक्सेस ने झागड़िया में इस साल प्रोजेक्ट का अपना समर्थन दिया है।
25 उम्मीेदवारों की क्षमता के साथ पहले बैच का प्रशिक्षण प्रारंभ हो चुका है।
इस प्रोजेक्ट पर नीलांजन बैनर्जी, वाइस चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर, लैंक्सेस इंडिया ने कहा, किसी भी कारण से उच्च शिक्षा की कमी हमारे देश के वंचित वर्ग के युवाओं के लिए रोजगार में बाधक नहीं बननी चाहिए। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से हमने ऐसे युवाओं को दक्षता उपलब्ध कराने का प्रयास किया ताकि उन्हें हमेशा एक सम्मानजनक आजीविका मिल सके। हम इस प्रोजेक्ट को देश के स्किल डेवलपमेंट लक्ष्य में सकारात्मक योगदान के तौर एक छोटे प्रयास के रूप में देखते हैं।
डी सतइया, बी-एबल के सीईओ और एमडी कहते हैं, हमारे प्रशिक्षण के साथ इन युवा लड़के-लड़कियों को आत्मविश्वासी बनने और उपयोगी रोजगार पाते हुए देखना बहुत ही आनंददायक अनुभव है। हम लैंक्सेस के साथ इतने उत्पादक और सकारात्मक स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम में सहभागी बनकर सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हम भविष्यल में और अधिक बेहतरीन काम करेंगे।
लैंक्सेस के विषय में
लैंक्सेस एक अग्रणी विशेषज्ञ केमिकल कंपनी है, जिसकी 2018 में बिक्री 7.2 बिलियन यूरो रही और वर्तमान में 33 देशों में इसके 15,400 कर्मचारी हैं।  कंपनी, वर्तमान में दुनिया भर में 60 उत्पादन स्थलों का प्रतिनिधित्व करती है। केमिकल इंटरमेडिएट्स, विशेषज्ञ केमिकल्स और प्लास्टिक की वृद्धि, उत्पादन और मार्केटिंग करना लैंक्सेस का मुख्य कारोबार है। लैंक्सेस अग्रणी टिकाऊ सूचकांक डाऊ जोन्स सस्टेनैबिलिटी सूचकांक (डीजीएसआई वर्ल्डर) और एफटीएसई4 गुड की एक सदस्य है।

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